Sharad Purnima 15-10-2016

ऊँ नमो  अरहदो भगवदो चंद्रप्रभ जिनेंद्राय,  चंद्र  महिताय ,  चंद्रकीर्ती,  मुखरंजनी सवाहा ।।

आज  शरदपूरणिमा  के  पावन  अवसर  पर  रात्रि  में  चंद्रमा  की  रोशनी  में  बैठकर  इस  मंत्र  का  जाप  करने  से  सरस्वती  की  सिद्धि  होती  है  बीमारी  में लाभ  मिलता  है  और  साधक  चारों  दिशाओं  में  यश और  प्रसिद्धि  को  प्राप्त  करके  संसार  के  सभी  उत्तम  सुखों  को  प्राप्त  करता  है  चूंकि  पंचांग  के  अनुसार  शरदपूरणिमा आज  दिनांक  15 - 10 - 2016 से  समय  दोपहर  एक  बजकर  पच्चीस  मिनट  से  प्रारंभ  होकर  कल  दिनांक   16 - 10 -2016 की  सुबह  नौ बजकर  तिरेपन मिनट  तक  रहेगी  इसीलिए  जाप  करना  आज  की  रात्रि  में  ही  उचित  रहेगा ।।
नोट :- आज  रात्री  में  आप  ड्राइ  फ्रूट्स,  फल ,  खीर , दूध, मिठाइयाँ  और  अन्य  खाद्य पदार्थ  और  खासकर  यदि  घर  में  कोई  भी  व्यक्ति  बीमार  हो  तो  उसकी  दवाइयाँ  भी  आप आज  की  रात   चंद्रमा  की  रोशनी  में  रख  दें  क्योंकि  आज  की  रात  चंद्रमा  से  अमृत  बरसेगा  अतः जो भी व्यक्ति आज की  रात  को  चंद्रमा  की  रोशनी  में  रखे  हुए  खाद्य पदार्थों  और  दवाइयों  का  सेवन  करेगा  वह  निश्चित  ही  निरोगी  सवसथ और  दीर्घायु  होगा ।।

जाप  का  समय -  रात्रि  10  बजे  से  सुबह  4 बजे तक
माला -  सफटिक या  सच्चा  मोती
वस्त्र - सफेद
आसन - सफेद
मुख - उत्तर  या  पूर्व 
उंगली -  अनामिका
माला - कम से कम तीन
एकटक  चंद्रमा  को  आज  रात्री  में  देखने  से  आँखों की  रोशनी  बढती  है  ।।

क्षुल्लक  श्री  105  सुगंध  सागर  जी महाराज

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