लगातार 9 उपवास के बाद, आज हुई मुनिश्री की पारणा (निरंतराय आहार)

परम पूज्य आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य-
पूज्य मुनिश्री विनीतसागर जी महाराज एवं पूज्य मुनिश्री चंद्रप्रभसागर जी महाराज, कोलारस जिला शिवपुरी में विराजमान हैं ।
पूज्य मुनिश्री चन्द्रप्रभ सागर जी महाराज जिन्हें चतुर्थकालीन चर्या एवं तप बाले संत कहा जाता है, के पिछले 9 दिवस के लगातार उपवास उपरांत आज निरंतराय आहार हुए । सम्पूर्ण आहार चर्या के समय बड़े महाराज श्री विनीतसागर जी चौके में उपस्थित रहे ।
जानकारी के अनुसार आहार दान का सौभाग्य मुनि भक्त श्री अमितजी कोलारस के परिवार को प्राप्त हुआ । उनके इस पुण्य की अनुमोदना ।

पूज्य मुनिश्री के बारे में बताया गया कि आचार्य श्री शान्तिसागर जी महाराज के बाद यह प्रथम तपस्वी संत हैं जो कई तरह के ब्रत-तप कर चुके हैं । वर्ष में शायद 200 से अधिक उपवास होते हैं । पिछले बहुत लम्बे समय से उनके द्वारा एक आहार एक उपवास का क्रम जारी है ।

पूज्य मुनिद्वय किसी भी प्रकार के व्यर्थ प्रदर्शन, अनावश्यक कार्यक्रम, कलश स्थापना समारोह, पोस्टर, बेनर, चैनल, वीडियो, फ़ोटो आदि तक से दूरी बनाकर रखते हैं ।

धन्य हैं ऐसे पूज्य मुनिराज, धन्य है ऐसी निस्पृही मुनिचर्या
ऐसे पूज्य संतों के पावन चरणों में नमोस्तु निवेदित है ।