दसलक्षण पर्व

कैसा पर्व है -- शाश्वत पर्व है !
क्या महत्व है -- ये हमारा बहुत ही महत्वपूर्ण पर्व है ! 
यह वर्ष मेँ तीन बार आते हैँ 
किंतु भाद्र पद शुक्ल की पंचमी से अनंत चतुर्दशी तक होने वाले 10 लक्षण पर्व का विशेष महत्व है । क्योंकि श्रावण कृष्णा प्रतिपदा को उत्सर्पिणी काल का आरंभ होता है और शुरु के 49 दिन तक जल दूध इत्यादि की वर्षा होती है वह दिन भाद्र पद शुक्ल पंचमी का दिन होता है । 
इसी कारण स्थिति को 10 लक्षण पर्व का प्रारंभ होता है । 10 लक्षण धर्म के दस दिनों मेँ प्रत्येक दिन धर्म एक-एक लक्षण बतलाता है ।
कैसे मनाएं -- 10 दिन तक प्रति पूजा की जाती है रात्रि मेँ एक धर्म के विषय मेँ विद्वानोँ द्वारा व्याख्यान दिया जाता है और दस तक प्रत्येक दिन तत्वार्थ सूत्र जी के एक एक अध्याय का वाचन किया जाता है ।
कब आता है --
यह वर्ष मेँ तीन बार भाद्र पद माघ और चेत्र महीनो मेँ पंचमी से चौदस तक के 10 दिन मेँ आते हैँ ।