📚📖 *श्री निर्ग्रथ जैन पाठशाला*📚📖
जिनशासन का गौरव गाता, मन्दिर की पहचान कराता ।🍁
दूर से जिसको शीश नमावें, कृति का सुन्दर नाम बतावें।।🍁
उत्तर👉🏻 *मन्दिर जी का शिखर व ध्वजा !!*
जिन प्रतिमा पर जल की धारा, नित प्रति करना हमें सहारा।🍁
कार्य कौन सा है कहलाता, श्रावक का कर्तव्य कहाता।।🍁
उत्तर👉🏻 *जिन प्रतिमाभिषेक (अभिषेक)*
मन्दिर जी है हमको जाना, दर्शन करके वापस आना।🍁
क्या बोलना हमें बताना, जिनशासन के नियम निभाना।।🍁
उत्तर👉🏻 *मन्दिरजी में प्रवेश करते समय ऊँ जय जय, निस्सही निस्सही निस्सही नमोस्तु नमोस्तु नमोस्तु, बोलना चाहिए एवं लौटते समय अस्सहि अस्सहि अस्सहि बोलना चाहिए !!*
जन्म मरण से दुख ही पाता, जरा में मिलती कभी न साता।🍁
द्रव्य कौन सी चरण चढ़ाते, रोग है सारे भव के नशाते।।🍁
उत्तर👉🏻 *जल द्रव्य !!*
जिनवाणी है मार्ग बताती, शिवपथ पर है हमें चलाती।🍁
कैसे अर्घ है उन्हें चढ़ाना, खाली हाथ न शीश नवाना।।🍁
उत्तर👉🏻 *जिनवाणी के समक्ष प्रथमानुयोग, करणानुयोग, द्रव्यानुयोग एवं चरणानुयोग के प्रतीक चार अर्घ चढ़ाना चाहिए !!*
पूज्य दिगम्बर गुरु हमारे, भवसागर से हमको तारे।🍁
कैसे अर्घ हैं उन्हें चढ़ाते, क्षण में सारे पाप नशाते।।🍁
उत्तर👉🏻 *मुनिराज को सम्यग्दर्शन, सम्यग्ज्ञान एवं सम्यक्चारित्र के प्रतीक तीन अघ्र्य चढ़ाते हैं !!*
परम पूज्य हैं देव हमारे, भवसागर से हमको तारे।🍁
कैसे अर्घ है उन्हें चढ़ाना, खाली हाथ न मन्दिर जाना।।🍁
उत्तर👉🏻 *जिनेंन्द्र देव के समक्ष पाँच परमेष्ठी के प्रतीक पाँच अर्घ चढाना चाहिए !!*
अष्ट कर्म है दुख के दाता, छूटे इनसे मेरा नाता।🍁
पूजा में है द्रव्य चढ़ाते, कौन सी भइया फल तब पाते।।🍁
उत्तर👉🏻 *धूप !!*
जन्म महोत्सव इन्द्र मनाया, मेरु पर अभिषेक कराया।🍁
जल है उसने कहाँ से लाया, नाम उदधि का बताओ भाया।।🍁
उत्तर👉🏻 *क्षीरसागर से !!*
अंधकार है मोह कहाता, मोही प्राणी सुख न पाता।🍁
द्रव्य कौन सी चरण चढ़ाते, मोह नाशकर ज्ञान है पाते।।🍁
उत्तर👉🏻 *दीप !!*
प्रभु सम निर्मल पद है पाना, छोड़ के सब संसार है जाना।🍁
द्रव्य कौन सी चरण चढ़ाते, खण्ड खण्ड न जीवन पाते।।🍁
उत्तर👉🏻 *अक्षत !!*
है संसार दुखों का सागर, सुख खाली मेरी गागर ।🍁
द्रव्य कौन सी चरण चढ़ाते, मुक्ति का फिर धाम है पाते।।🍁
उत्तर👉🏻 *फल !!*
मोक्षमार्ग में साथ निभाता, सुख का दाता दुक्ख नशाता।🍁
पवित्र आतम को है बनाता, कर्म कौन सा शुभ कहलाता।।🍁
उत्तर👉🏻 *पुण्य कर्म !!*
काम दाह है सदा जलाती, आतम का शुभ ज्ञान नशाती।🍁
द्रव्य कौन सी चरण चढ़ाते, काम भाव को शीघ्र नशाते।।🍁
उत्तर👉🏻 *पुष्प