प्रश्न ~भगवान बाहुबली की ही प्रतिमा इतनी विशाल क्यों बनती है बाकि की क्यों नही ❓

उत्तर ~ क्योंकि उनकी अवगाहन भी 525 धनुष थी । वे खड़गासन से मोक्ष हुये। दीक्षा के बाद से एक ही आसन धारण किया ।
तप की तुलना में अधिक समय तक तप धारण किया। और उन्हें उस जाति के नाम कर्म का शुभ बंध होने से अधिक प्रसिद्धि मिली।
यदि कोई कहे की और भी भगवान की अवगाहन इतनी थी ? तो वे पद्मासन से मोक्ष गये , जिससे अवगाहन कम हो गई और जो कम अवगाहना वाले थे वे खसगासन से मोक्ष जाने से उनकी बढ़ गई । किन्तु भगवान बाहुबली में ये दोनों समानता होने से उनकी अवगाहना अधिक मानी गई है।