सिंह  _ विक्रीडित  व्रत  लेने वाले साधक को पहले  एक उपवास  के बाद दूसरे दिन पारणा  करना होती हैं | ऊसके  बाद  लगातार  दो उपवासों  के बाद  एक पारणा होती हैं | इस प्रकार  उपवास  का एक दिन बढाते हुए लगातार चौदह उपवासों के बाद  एक पारणा तक इस व्रत का आरोहण  काल होता  हैं |
🍂   उसके पश्चात  उपवासों के  दिन घटाते हुए अवरोहण प्रारंभ होता है |  🍂
  🍀यानी  चौदह उपवासों के बाद एक पारणा करके  पुनः  तेरह  उपवास के बाद एक पारणा और ऐसे क्रमशः  घटाते हुए, बारह, ग्यारह, दस आदि उपवासों  के  अन्तराल से पारणा करता हुआ साधक अंत में एक उपवास के बाद पारणा के साथ व्रत समापन  करता है ||🍀

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